कृश् से कृहृ अक्टूबर तक आर्यसमाज रामनगर अम्बाला छावनी का कृकृवां वार्षिकोत्सव सामवेद पारायण यज्ञ ;आंशिकद्ध के माध्यम से मनाया गया। यज्ञ के ब्रम्हा होशंगाबाद मध्य प्रदेश के आचार्य आनन्द पुरुषार्थी जी थे जिन्होंने प्रतिदिन मन्त्रों की मार्मिक व्याख्या के माध्यम से वैदिक सिद्धांतों को स्पष्ट किया। भजनोदेशक श्री संदीप वैदिक मुज∂फरनगर ने सारगर्भित व्याख्या व मधुर भजनों से सभी का मन मोह लिया। प्रतिदिन प्रातःकाल व सायंकाल यज्ञ भजन प्रवचन होते रहे। सैन्टन्न्ल जेल अम्बाला में 1300 कैदी है जिनमे 70 महिलाएं भी है। अंतिम दिन पुर्णाहुती पर स्थानीय आर्यसमाजों से भी आर्य परिवार आये थे। स्कूल के बच्चों के सांस्कृतिक कार्यक्रम रखे गए।