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आधुनिक समाज में दशहरा के पर्व की उपयोगिता

हर वर्ष दशहरा या दीपावली के निकट कुछ कुतर्की लेख विचारों की अभिव्यक्ति के नाम पर तथाकथित साम्यवादी विचारधारा के लोगो द्वारा भिन्न भिन्न मंचों से प्रकाशित किये जाते हैं।…

विजया दशमी (आश्विन सुदि दशमी)

हुआ प्रकृति का निर्मल जीवन, स्वच्छ गम्य सब पन्थ गए बन। विमल व्योम में छिटके तारे, मुद्रित हुए है जिग्मिषु  सारे।। -श्री गिरधरशर्मा  ‘नवरत्न’ विजयार्थी विजयार्थ चले है, व्यापारी भी…

वेद मन्दिर सेवाश्रम के भवन का शिलान्यास सम्पन्न

जन-जीवन में जागृति, नवीनता और उत्साह लाने के लिए समय-समय पर उत्सवों के आयोजन की प्राचीन परम्परा रही है। इसी श्रंखला में ‘‘श्री सत्य सनातन वेद मन्दिर समिति, रोहिणी सै.-8’’…