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आर्य, आर्य समाज और आर्य महासम्मेलन

आर्यशब्द मनुष्य निर्मितशब्द न होकर परमात्मा की देन है जो उसने वेद के माध्यम से सृष्टि के आरम्भ मे ही हमें दिया गया था। वेद वह ईष्वरीय ज्ञान है जो…

वेद प्रचार एवं उपदेशो का सफल सफल उपासक होना आवश्यक

महर्षि दयानन्द ने आर्य समाज की स्थापना वेदों के प्रचार व प्रसार के लिए की थी और यही आर्य समाज का मुख्य उद्देष्य भी है। वेदों के प्रचार व प्रसार…