जय हो देव दयानंद की, आनंद की करुणानंद की। कर्षन जी घर निकला सूरज, धन्य हो गई टंकारा रज। नाम था उसका शंकर मूल, शारीरिक शौष्ठव ज्यों फ़ूल। शिव रात्रि…
Arya Sandesh (Feb 17 -23, 2014)
Dear Aryajan, Arya Sandesh is a weekly official magazine of Delhi Arya Pratinidhi Sabha. Sabha has been releasing this magazine for more than 37 years now. The first edition of…
महर्षि दयानन्द की जरूरत क्यों?
आज से लगभग ढाई हजार वर्ष पूर्व गौतम बुद्ध( बचपन का नाम सुद्धार्थ) इस धरा पर हुए। उनका हृदय करुणा और मानव मात्रा के प्रति प्रेम से भरा हुआ था।…
जय हो वीर हकीकत राय
जय हो वीर हकीकत राय। सब जग तुमको शीश नवाय।। जय हो… सत्रहसौ सोलह का दिन था, पुत्र पिता से पूर्ण अभिन्न था। स्याल कोट भी देखकर सियाय।। जय हो……
महर्षि दयानन्द सस्वती की दिव्य दृष्टि
पशु केवल नेत्रों से देखता है-पश्यतीति पशुः। वह विचार नहीं कर सकता। मनुष्य विचारपूर्वक देखता है तथा करता है-मत्वा कर्माणि सीव्यति’ ऋषि बिना नेत्रों के ही अत्रः प्रज्ञा से देखता…