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स्वामी दयानंद का अमृतसर आगमन एवं ईसाई पादरी

स्वामी दयानंद के पंजाब प्रवास के काल में उनका 15 मई, 1878 को अमृतसर में आगमन हुआ। स्वामी जी के अनेक स्थानों पर व्याख्यान हुए जिससे लोगों कि वेदों के…

मन ही मनुष्यों के बंधन और मुक्ति का कारण है।

राजा जनक ब्रह्म विद्या में पारंगत विद्वान माने जाते थे। दूर दूर से लोग उनके पास धर्म सम्बन्धी जिज्ञासा का समाधान करने आते थे। एक बार एक महात्मा व्यक्ति उनसे…

त्रैतवाद अर्थात ईश्वर, जीव और प्रकृति में सम्बन्ध

एक माली ने बहुत सुंदर बाग लगाया। एक युवक सुन्दर कपड़े पहने हुए माली से बाग देखने की इच्छा प्रकट करता हैं। माली एक शर्त पर की आप कोई भी…

यह कौन चित्रकार है?

संसार कि अदभुत सुंदरता को देखो। पृथ्वी,आकाश, भूमण्डल, सूर्य, चन्द्रमा, गृह, पर्वत, नदियाँ से लेकर विभिन्न पशु,पक्षी, चिड़िया आदि हमें किसका स्मरण करा रहे हैं? एक ही सत्ता का जिसे…