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ओउम प्रभु हमें अक्षीण आयु तथा उत्तम सन्तान रुपी धन दे (मण्डल ७ का सम्पूर्ण वर्णन )

आर्य परमपिता परमात्मा ने वेद के इस सूक्त में उपदेश किया है कि हे पिता हमें वह धन दे जो हमे आक्षीण आयु वाला तथा उत्तम सन्तानों वाला बनावें ।…

स्वावलंबी को सर्वत्र प्रतिष्ठा व सम्मान मिलता है

आर्य यह वैदिक ही नहीं सामाजिक नियम है कि जो व्यक्ति स्वावलंबी है , जो व्यक्ति दूसरों पर निर्भर न हो कर अपने सब कार्य,सब व्यवसाय आदि स्वयं करता है,…

हिंदुओं की 6 जमात

हिंदुओं की 6 जमात डॉ विवेक आर्य पहले पौराणिक हिन्दू। जो अन्धविश्वास, मूर्तिपूजा, तीर्थों, गुरुओं, मठों आदि के चक्कर में पड़े हुए हैं। उनका धन, सामर्थ्य, शक्ति हिन्दू समाज के…

हिन्दू युवा तेजी से नास्तिक क्यों हो रहे है?

मेरे मित्र ने एक प्रश्न पूछा। हमारे देश के हिन्दू युवा बड़ी तेजी से नास्तिक क्यों बनते जा रहे है? इसका मुख्य कारण क्या है? उनकी हिन्दू धर्म की प्रगति…