Categories

Posts

महर्षि दयानंद के विषय में समाज सुधारकों/चिंतकों के विचार

महर्षि दयानंद के विषय में समाज सुधारकों/चिंतकों के विचार *१*- “स्वराज्य और स्वदेशी का सर्वप्रथम मन्त्र प्रदान करने वाले जाज्वल्यमान नक्षत्र थे दयानंद |” – लोक मान्य तिलक २- “आधुनिक…

जोखिम भरा है हलाला!

बात किसी धर्म-मजहब या सम्प्रदाय की नहीं है. बात है इंसानी संवेदनाओं की जो हमें एक दुसरे से जोड़कर एक परिवार, समाज, देश और दुनिया बनाती है. तीन तलाक और…

कब तक शहीद गिनते रहेंगे?

कभी दंतेवाड़ा, कभी बस्तर, कभी उड़ी तो कभी सुकमा… जवान शहीद होते रहेंगे, हम लोग बस शहीद गिनते रहेंगे और राजनेता निंदा के साथ मुंहतोड़ जवाब देने की बात करते…

सूफियों द्वारा भारत का इस्लामीकरण

प्राय: हिन्दू समाज में यही माना जाता है कि हिंदुस्तान में जितने भी मुस्लमान सूफी, फकीर और पीर आदि हुए हैं, वे सभी उदारवादी थे। हिन्दू-मुस्लिम एकता के प्रतीक थे।…

वुसतुल्लाह ख़ान के नाम भारत से एक चिट्ठी

प्यारे वुसतुल्लाह ख़ान हमेशा सलामत रहो. मैं पिछले काफी सालों से आपको पढ़ा, देखा, जाना लेकिन मुझे नहीं पता पाकिस्तान समेत दुनिया भर के 56 मुस्लिम देशों में जहाँ हर…