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रिकैप: इंडिया के लिए कैसा रहा साल 2017

देश के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी जी एक कविता है कि क्या खोया क्या पाया जग में, मिलते और बिछड़ते मग में, मुझे किसी से नहीं शिकायत, यद्यपि छला…

किस गर्व से वह खुद को हिन्दू कह सकता है?

उज्जैन में 18 दिसम्बर की बीती रात चक्रतीर्थ शमशान घाट पर एक विशेष तांत्रिक अनुष्ठान हुआ। अमावस्या की रात भैरवनाथ मंदिर पर तांत्रिक बम-बमनाथ ने शराब से महायज्ञ किया। इस…

बस यही तो आर्य समाज की लड़ाई है

भाषा, धर्म और संस्कार किसी भी राष्ट्र की सबसे बड़ी पूंजी होती हैं, क्योंकि यही चीजें किसी राष्ट्र को उसकी पहचान और उसका गौरव प्राप्त कराती है। दूसरी बात यह…