यह सर्वविदित है कि बढ़ते हुए वायुप्रदुषण से इस समय सारा वैज्ञानिक जगत विशेष चिंतित है। हमारे अनुभवी ऋषि मुनियों ने आदि सृष्टि में ही यह बता दिया था कि…
किताबें कुछ कहना चाहती है
किताबें कहती हैं बाते बीते ज़माने की, दुनियां की, इमारतों की आज की, कल की एक-एक पल की खुशियों की-ग़मों की फूलों की, बमों की जीत की, हार की प्यार…
धर्मान्ता एवं अंधविश्वासों से बचो….. ओर वेदों की ओर चलो…
विदेशियों के पैरों तले हम एक हजार वर्ष तक इसलिये दबे पड़े रहे कि स्वतंत्र चिन्तन और विवेक पूर्वक दिशा निर्धारण की प्रक्रिया खो बैठे थे जो कुछ होना है…
कौन अपना और कौन पराया?
भारत कि सरकार द्वारा चुनावी वर्ष में जैन मत मानने वालो को अल्पसंख्यक घोषित कर उनके वोट लुभाने का प्रयास किया गया हैं। यह निर्णय एक सोची समझी रणनीति के…
बसंत पर्व की हार्दिक शुभकामनाए
हल्दू हल्दू बसंत का मौसम शीतल हवा कभी गर्म है मौसम रक्तिम रक्तिम फूले प्लास सखी तू क्यों है उदास? सज़ल नेत्र क्यों खड़ी हुई है ? दुखियारी सी बनी…