ठीक आज से 100 वर्ष पहले साल 1919 मार्च का महीना था। देश पर विदेशी शासन था और भारतीय नागरिक गुलामी की जिन्दगी जीने को मजबूर थे। हालाँकि देश में…
कब्रिस्तान बन रहे है शिक्षा के संस्थान
लेख- विनय आर्य (महामंत्री) एक समय था जब स्कूलों में छात्रों के आपसी झगडे में या तो किताब कॉपी के एक दो पन्ने फट जाते थे या स्कूल ड्रेस का…
सोशल मीडिया बीमारी या महामारी..?
हिंदी फिल्म का एक गीत है, “आईने के सौ टुकड़े करके हमने देखे हैं एक में भी तनहा थे सौ में भी अकेले हैं”। आज कुछ ऐसा ही हाल सोशल…
धर्मनिरपेक्ष नेताओं के मुंह पर फिर थप्पड़
भले धर्म की यात्रा दिल से शुरू होकर लोककल्याण करते हुए भगवान के पास तक जाती हो परन्तु देखा जाये पाकिस्तान में इस्लाम मजहब की यात्रा अपनी संख्या बढ़ाने से…
कैसे जिहाद अब उल्टा डस रही है?
न्यूजीलैंड में क्राइस्टचर्च हमले के एक सप्ताह पूरे होने बाद ब्रिटेन के सबसे बड़े शहरों में से एक बर्मिंघम में पांच मस्जिदों पर अचानक हिंसक हमले हुए। हालाँकि अभी तक…