कौरवों और पांडवों को शस्त्र शिक्षा देते समय एक दिन आचार्य द्रोण के मन में उनकी परीक्षा लेने का विचार आया। उन्होंने सोचा, क्यों न सबकी वैचारिक प्रगति और व्यवहारिक…
कथनी और करनी का अंतर
बुल्लेशाह के नाम से पंजाब के प्रसिद्द संत थे। युवावस्था में उनका मन वैराग्यवान हो गया। मुसलमानों में ऊंच-नीच, जात-पात, छुआ-छूत के झगड़े देखकर उनका मन उचाट हो गया। बुल्लेशाह…
Islamic extremism and the freedom of expression
1857 struggle for independence is a remarkable chapter in Indian history as both Hindus as well as Muslims fought together for the independence of our country. This union ended in…
धर्म रक्षक कैसा हो?
एक बार प्रसिद्द वैदिक अन्वेषक पंडित भगवत दत्त रिसर्च स्कॉलर जी ने महान त्यागी महात्मा हंसराज जी से पूछा की क्या कारण है मुग़लों का राज विशेष रूप से आगरा-दिल्ली…
राजा का उत्तराधिकारी कौन?
एक न्यायप्रिय राजा था। उसके राज्य में प्रजा अत्यंत सुखी थी। दुर्भाग्य से उन्हें कोई संतान उत्पन्न न हुई। राजा को यह चिंता हुई की उनके पश्चात उनका राजपाठ कौन…