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महाशय धर्मपाल: उड़ चला हंस उस देश 98 वर्ष की आयु में अमर हुई आत्मा

यूँ तो इस पृथ्वी पर हर वक्त अरबों जीव जन्म लेते हैं और अरबों जीव शरीर त्याग देते हैं, लेकिन इन सब में एक कोई ऐसा होता है जो प्रेम…

आर्यसमाज विश्व चिन्तकों की द्रष्टि में

१.आर्यसमाज मेरी धर्म माता है तथा ऋषि दयानन्द मेरे धर्म पिता हैं ‘सत्यार्थ प्रकाश’ का ज्ञान मेरे जीवन में सूर्य के समान है। -लाला लाजपत राय। २.आर्य समाज ने ब्याज…

शूरता की मिसाल – पंडित लेखराम आर्य मुसाफिर

पंडित लेखराम इतिहास की उन महान हस्तियों में शामिल हैं जिन्होंने धर्म की बलिवेदी पर प्राण न्योछावर कर दिए. जीवन के अंतिम क्षण तक आप वैदिक धर्म की रक्षा में…