मानसिक रूप से रोगी कुछ समलैंगिक लोगों को सुधारने के लिए सुप्रीम कोर्ट द्वारा दिए गये फैसले कि निंदा करने में राष्ट्रीय माता और राष्ट्रीय शहजादे ने तनिक भी देर नहीं लगाई मगर बंगलादेश में 1971 के नरसंहार के दोषी, 5 लाख निर्दोष लोगो के हत्यारे, 2 लाख औरतों के बलात्कारी अब्दुल कादिर मुल्ला को उसके किये का दंड फाँसी के रूप में मिलने पर जमायत ए इस्लामी द्वारा फाँसी के विरोध में हिंदुओं पर अत्याचार आरम्भ हो गया हैं। हिंदुओं कि दुकानें लूटी जा रही हैं, उनके मकानो में आग लगाई जा रही हैं, उन्हें अपनी जमीनों से भगाया जा रहा हैं। गौरतलब हैं कि जब भी हिंदुओं पर अत्याचार होता हैं न तो मीडिया अपना मुँह खोलता हैं, न हीं कोई नेता कुछ कहता हैं। यहाँ तक कि बीजेपी के नेता भी वोट कि राजनीती के चक्कर में प्राय: चुप रहते हैं। यह हिंदुओं कि एकता कि कमी के कारण हैं। सोशल मीडिया के माध्यम से सभी राष्ट्रवादी हिन्दू इस अत्याचार के विरुद्ध अपनी आवाज़ बुलंद करे। मीडिया और सरकार पर दबाव बनाये जिससे कि बांग्लादेश कि सरकार को वहाँ के अल्पसंख्यक हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार से बचाया जा सके और उन्हें राहत दी जा सके।
निवेदक – एक राष्ट्रवादी
निवेदक – एक राष्ट्रवादी