जीवन में शांति प्राप्त करने का उपाय एक बार घूमते-घूमते कालिदास बाजार गये वहाँ एक महिला बैठी मिली उसके पास एक मटका था और कुछ प्यालियाँ पड़ी थी। कालिदास जी…
सुखों की वर्षा करने वाले
वृषा यज्ञो वृषणः सन्तु यज्ञिया वृषणो देवा वृषणो हविष्कृतः। वृषणा धावापृथिवी ऋतावरी वृषा पर्जन्यो वृषणो वृषस्तुभः।। ऋग्वेद 10/66/6 अर्थ-(यज्ञः वृशा) यज्ञरूप परमात्मा सुख वर्शक हो (यज्ञिया वृशणः सन्तु) उसके…
यज्ञ की अग्नि से घर की रक्षा होती है
हम प्रतिदिन दो काल यज्ञ करें । यग्य भी एसे करें कि इस के लिए आग को दो अरणियों से रगड़ कर पैदा किया जावे । इस प्रकार की अग्नि से…
प्रभु उपसना से हम पवित्र बनें
मानव विनाशक व्रतियों क दस बन जाआ है किन्तु मन्त्र इन व्रतियों से बचने कई प्रार्थना करते हुए पिता से प्रर्थना करता है कि हम एसी प्रव्रतियों क नश कर…
तप से मेरा ह्रदय विशाल हो
मैं अपनी रक्शसी अदतों को छोडकर दनशील बनूं । सदा तप करता रहूं तथा इस तप से अपनी इन बुराईयोण को जला कर राख कर अपने ह्रदय को विशाल करुं…