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वेदों में वर्णित कृषि-विज्ञान की आधुनिक उपयोगिता

– डॉ. भारती आर्य कृषि-विज्ञान मानव जीवन से साक्षात् रूप से जुड़ा हुआ है। कृषि के द्वारा ही अन्न की प्राप्ति होती है। अथर्ववेदद के अनुसार अन्न ही सभी प्राणियों…

आओ मिलकर वेद बचाएं

आदिकाल से ही श्रेष्ठ कार्यों में बाधा डालने वाले पैदा होते रहे हैं। ऋषियों के यज्ञों का विध्वंस करने वाले भी शास्त्रवेत्ता माने जाते थे। आज जब मैं लक्ष्य की…

वैज्ञानिक दृष्‍टि से भी यज्ञ को समझना होगा

यह सर्वविदित है कि बढ़ते हुए वायुप्रदुषण से इस समय सारा वैज्ञानिक जगत विशेष चिंतित है। हमारे अनुभवी ऋषि मुनियों ने आदि सृष्‍टि में ही यह बता दिया था कि…

वेद का त्यागी मिथ्यावादी

यस्तित्याज सचिविदं सखायं न तस्य वाच्यपि भागो अस्ति। यदीं ऋणोत्यलकं श्रृणोति नहि प्रवेद सुकृतस्य पन्थाम्।। ऋग्वेद 10/71/6 अर्थ-(यः) जो जन (सचिविदम्) सहायता करने वाले मित्र समान वेद को (तित्याज) त्याग…